२०१५ में प्रकाशित साँझी साँझ आनंद कुमार गौरव का पहला नवगीत संग्रह है। ७९ गीतों के इस संग्रह में १२८ पृष्ठ हैं और इसका मूल्य २०० रुपये है। प्रकाशक हैं- नमन प्रकाशन, दिल्ली
सुरीले व महत्वपूर्ण गीतकवि आनंद कुमार ‘गौरव’ की सद्यः प्रकाशित पाँचवीं कृति ‘साँझी-साँझ’ के गीतों से गुज़रते हुए गीत से नवगीत तक की विकास-यात्रा स्पष्ट दिखाई देती है। इस गीतों में जहाँ एक ओर गीत के परंपरावादी स्वर की मिठास भरी अनुगूँज है, वहीं दूसरी ओर वर्तमान के यथार्थ का खुरदुरा अहसास भी अपनी उपस्थिति मजबूती के साथ दर्ज कराता है।
बाह्य सूत्र[]
- साँझी साँझ संग्रह और संकलन में योगेन्द्र वर्मा व्योम की समीक्षा।