२०१४ में प्रकाशित समय की आँख नम है विनय मिश्र का पहला नवगीत संग्रह है। १०५ गीतों के इस संग्रह में १४४ पृष्ठ हैं और इसका मूल्य है ११० रुपये। प्रकाशक हैं- बोधि प्रकाशन, एफ-७७, सेक्टर-९, रोड नं.११, कर्तारपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, बाईस गोदाम, जयपुर-३०२००६।
‘समय की आँख नम है’ के नवगीत अपने समय की तमाम तल्ख सच्चाइयों को उजागर करते हैं। भाषा का सहज रूप इन नवगीतों की विशेषता है। जब समूचे समय की आँख नम होने की बात कही जाये तो दुख का फलक बहुत व्यापक हो जाता है। प्रश्न उठता है कि यह दुख किस तरह का दुख है? कहाँ से प्रक्षेपित हो रहा है यह दुख? कितने रूप हैं इस दुख के? ऐसे अनेकानेक प्रश्न बुद्धिजीवियों के मन में अक्सर उठते रहते हैं। विनय मिश्र का समकालीन गीत संग्रह ‘समय की आँख नम है’ ऐसी ही चिन्ताओं से उपजी रचनाओं का संकलन है।
बाह्य सूत्र[]
- समय की आँख नम है संग्रह और संकलन में जगदीश व्योम की समीक्षा
- समय की आँख नम है अक्षरपर्व में हरेराम समीप की समीक्षा