शंभुनाथ सिंह (१७ जून १९१६-३ सितम्बर १९९१) का जन्म गाँव रावतपार, जिला देवरिया, उत्तर प्रदेश में हुआ था वे नवगीत के एक प्रमुख प्रणेता माने जाते हैं। उनका जन्म गाँव रावतपार, जिला देवरिया, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वे नवगीत के प्रतिष्ठापक और प्रगतिशील कवि माने जाते हैं। उनका प्रमुख कार्य नवगीत के तीन ’दशकों’ का सम्पादन, ’नवगीत अर्द्धशती’ का सम्पादन तथा 'नवगीत सप्तक' का सम्पादन है।
कार्यक्षेत्र[]
नवगीत के एक प्रमुख प्रणेता और प्रगतिशील कवि शंभुनाथ सिंह का हिंदी कविता में विशेष स्थान है। उनकी कविताएँ नई बौद्धिक चेतना से संपृक्त हैं। मानवजीवन की आधुनिक विसंगतियों का प्रभावशाली चित्र अंकित करने में वे अद्वितीय है।
प्रकाशित कृतियाँ[]
रूप रश्मि, माता भूमिः, छायालोक, उदयाचल, दिवालोक, जहाँ दर्द नीला है, वक़्त की मीनार पर (सभी गीत संग्रह)
संपादित- नवगीत दशक-१ , नवगीत दशक-२, नवगीत दशक-३ तथा नवगीत अर्द्धशती का सम्पादन।