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! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-tfa-h2" style="margin:3px; background:#cef2e0; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3bfb1; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">प्रमुख लेख</h2> |
! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-tfa-h2" style="margin:3px; background:#cef2e0; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3bfb1; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">प्रमुख लेख</h2> |
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⚫ | | style="color:#000; padding:2px 5px;" |<div id="mp-itn">[[चित्र:Warli2.jpg|left|140px|वर्ली कलाकृति।]]'''नवगीत की परिभाषा'''<br>नवगीत में गीत होना ज़रूरी है। यों तो किसी भी गुनगुनाने योग्य शब्द रचना को [[गीत]] कहने से नहीं रोका जा सकता। किसी एक ढाँचे में रची गयीं समान पंक्तियो वाली ''<nowiki/>''कविता को किसी ताल में लयबद्ध करके गाया जा सकता हो तो वह गीत की श्रेणी में आती है, किन्तु साहित्य के मर्मज्ञों ने गीत और कविता में अन्तर करने वाले कुछ सर्वमान्य मानक तय किये हैं। छन्दबद्ध कोई भी कविता गायी जा सकती है पर उसे गीत नहीं कहा जाता। गीत एक प्राचीन विधा है जिसका हिंदी में व्यापक विकास छायावादी युग में हुआ। गीत में स्थाई और अंतरे होते हैं। स्थाई और अन्तरों में स्पष्ट भिन्नता होनी चाहिये। प्राथमिक पंक्तियां जिन्हें स्थाई कहते हैं, प्रमुख होती है, और हर अन्तरे से उनका स्पष्ट सम्बन्ध दिखाई देना चाहिये। गीत में लय, गति और ताल होती है। इस तरह के गीत में गीतकार कुछ मौलिक नवीनता ले आये तो वह नवगीत कहलाने लगता है। |
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− | | style="color:#000; padding:2px 5px;" |<div id="mp-itn">'''नवगीत की परिभाषा'''<br> |
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⚫ | नवगीत में गीत होना ज़रूरी है। यों तो किसी भी गुनगुनाने योग्य शब्द रचना को [[गीत]] कहने से नहीं रोका जा सकता। किसी एक ढाँचे में रची गयीं समान पंक्तियो वाली |
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! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-dyk-h2" style="margin:3px; background:#cef2e0; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3bfb1; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">क्या आप जानते हैं...</h2> |
! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-dyk-h2" style="margin:3px; background:#cef2e0; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3bfb1; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">क्या आप जानते हैं...</h2> |
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! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-itn-h2" style="margin:3px; background:#cedff2; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3b0bf; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">नवगीत समाचार-</h2> |
! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-itn-h2" style="margin:3px; background:#cedff2; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3b0bf; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">नवगीत समाचार-</h2> |
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− | | style="color:#000; padding:2px 5px;" | <div id="mp-itn">[[File:Unnamed.jpg|left|thumb|140x140px]]नई दिल्ली, १७ फरवरी, २०१५ (मंगलवार), पुस्तक मेले के इतिहास में पहली बार सुबह ११ से १२ बजे के बीच पुस्तक मेले के हॉल सख्या- आठ में नवगीत पर एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया। ‘समाज का प्रतिबिम्ब हैं नवगीत’ विषय का प्रवर्तन करते हुए इस परिचर्चा का संचालन नवगीतकार ओमप्रकाश तिवारी ने किया। विषय पर वक्तव्य प्रस्तुत करने वाले अन्य विद्वान थे, वरिष्ठ नवगीतकार एवं समालोचक राधेश्याम बंधु, नवगीतकार एवं समीक्षक आचार्य संजीव सलिल, नवगीतकार डॉ. जगदीश व्योम तथा नवगीताकार सौरभ पांडेय। वक्तव्य के बाद प्रश्नोत्तरी दर्शकों के लिये विशेष आकर्षण रही। |
+ | | style="color:#000; padding:2px 5px;" | <div id="mp-itn">[[File:Unnamed.jpg|left|thumb|140x140px]]नई दिल्ली, १७ फरवरी, २०१५ (मंगलवार), पुस्तक मेले के इतिहास में पहली बार सुबह ११ से १२ बजे के बीच पुस्तक मेले के हॉल सख्या- आठ में नवगीत पर एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया। ‘समाज का प्रतिबिम्ब हैं नवगीत’ विषय का प्रवर्तन करते हुए इस परिचर्चा का संचालन नवगीतकार ओमप्रकाश तिवारी ने किया। विषय पर वक्तव्य प्रस्तुत करने वाले अन्य विद्वान थे, वरिष्ठ नवगीतकार एवं समालोचक राधेश्याम बंधु, नवगीतकार एवं समीक्षक आचार्य संजीव सलिल, नवगीतकार डॉ. जगदीश व्योम तथा नवगीताकार सौरभ पांडेय। वक्तव्य के बाद प्रश्नोत्तरी दर्शकों के लिये विशेष आकर्षण रही। |
+ | '''देखें- पुरालेख [[अन्य समाचार]]'''</div> |
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! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-otd-h2" style="margin:3px; background:#cedff2; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3b0bf; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">पुरस्कार और सम्मान...</h2> |
! style="padding:2px;" | <h2 id="mp-otd-h2" style="margin:3px; background:#cedff2; font-size:120%; font-weight:bold; border:1px solid #a3b0bf; text-align:left; color:#000; padding:0.2em 0.4em;">पुरस्कार और सम्मान...</h2> |
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[[श्रेणी:मुखपृष्ठ]] |
[[श्रेणी:मुखपृष्ठ]] |
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+ | [[श्रेणी:नवगीतकार]] |
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+ | [[श्रेणी:नवगीत संकलन]] |
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+ | [[श्रेणी:नवांकुर पुरस्कार]] |
०७:५५, १० नवम्बर २०१७ का अवतरण
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बाह्य सूत्र
अन्य प्रकल्प
- कार्टून
टीम अभिव्यक्ति-अनुभूति द्वारा संचालित।