२०१४ में प्रकाशित नदी की धार सी संवेदनाएँ रोहित रूसिया का पहला नवगीत संग्रह है। -- गीतों के इस संग्रह में ११२ पृष्ठ हैं और इसका मूल्य है १२० रुपये। प्रकाशक हैं- अंजुमन प्रकाशन, मुट्ठीगंज, ९४२ आर्य कन्या चौराहा, इलाहाबाद। इस संग्रह को अभिव्यक्ति विश्वम द्वारा २०१३ के अंतरराष्ट्रीय नवांकुर पुरस्कार तथा म.प्र. हिन्दी साहित्य सम्मेलन वागीश्वरी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
नदी की धार सी संवेदनाएँ’ की रचनाओं के अनेक फलक हैं। आज समय और समाज निरपेक्ष होकर किये गए लेखन का महत्व संदिग्ध हो गया है। रोहित रुसिया अपने समाज, देश और उसके परिवेश से जुड़े हैं और उन्हें समय की रंगीनियों और विरूपताओं की पहचान भी है। छान्दसिक कविता को माध्यम के रूप में स्वीकार कर उन्होंने उसके अद्यतन शिल्प को पकड़ने का सफल प्रयत्न किया है।
बाह्य सूत्र[]
- नदी की धार सी संवेदनाएँ संग्रह और संकलन में गुलाब सिंह की भूमिका से
अभिव्यक्ति विश्वम का नवांकुर पुरस्कार
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अवनीश सिंह चौहान * कल्पना रामानी * रोहित रूसिया * आचार्य संजीव वर्मा सलिल * ओमप्रकाश तिवारी * संध्या सिंह * शुभम श्रीवास्तव ओम * रविशंकर मिश्र रवि * योगेन्द्र प्रताप मौर्य |