२०१४ में प्रकाशित चोंच में आकाश पूर्णिमा वर्मन का पहला नवगीत संग्रह है। ५५ गीतों के इस संग्रह में ११२ पृष्ठ हैं और इसका मूल्य है १२५ रुपये। प्रकाशक हैं- अंजुमन प्रकाशन, मुट्ठीगंज, ९४२ आर्य कन्या चौराहा, इलाहाबाद।
चोंच में आकाश’ संकलन पूर्णिमा वर्मन के नवगीत की परिकल्पना पथ का शुरूआती पड़ाव है। उनके नवगीतों में विविधता देखने को मिलती है, उन्होंने वर्तमान समय की ज्वलंत समस्याओं को अपने नवगीतों का विषय बनाया है, वे भारत से दूर रहकर भी यहाँ की परम्पराओं, संस्कृति, रीति रिवाज और पारिवारिक व सामाजिक रिश्तों से अपने को पूरी तरह से जोड़े हुये हैं। यह नवगीत संग्रह ‘कला कला के लिए’ के निकट न होकर ‘कला जीवन के लिए’ के निकट है। जीवन में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं को नवगीतों का विषय बनाया गया है। लय और प्रवाह की डोर में बँधे इन नवगीतों की एक विशेषता यह भी है कि इनमें से अनेक नवगीतों को संगीत के साथ गाया जा सकता है और कई नवगीतों का मंचन भी किया जा सकता है।
बाह्य सूत्र[]
- चोंच में आकाश संग्रह और संकलन में डॉ जगदीश व्योम की समीक्षा।
- चोंच में आकाश अंजुमन प्रकाशन पर आचार्य संजीव सलिल की समीक्षा।
- चोंच में आकाश फेसबुक पर डॉ. सविता मिश्रा की समीक्षा।
- चोंच में आकाश पूर्वाभास पर वीरेन्द्र आस्तिक की समीक्षा
- चोंच में आकाश यूएसए की कथाकार और कवयित्री पुष्पा सक्सेना के विचार