१९९९ में प्रकाशित गुम हवा कुछ करेगी लालसा लाल तरंग का पहला नवगीत संग्रह है। इसे प्रकाशित किया है राधिका प्रकाशन, आजमगढ़ ने। ९४ पृष्ठों के इस संग्रह में ८७ नवगीत हैं। संग्रह का मूल्य है- ६० रुपये।
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१९९९ में प्रकाशित गुम हवा कुछ करेगी लालसा लाल तरंग का पहला नवगीत संग्रह है। इसे प्रकाशित किया है राधिका प्रकाशन, आजमगढ़ ने। ९४ पृष्ठों के इस संग्रह में ८७ नवगीत हैं। संग्रह का मूल्य है- ६० रुपये।