१९६९ में प्रकाशित गीत विहग उतरा रमेश रंजक का पहला नवगीत संग्रह है। इसमें ५३ पृष्ठ हैं और इसके प्रकाशक हैं आत्माराम एण्ड सन्स, दिल्ली।