वर्ष २००५ में प्रकाशित ओंठों पर लगे पहरे डॉ. वीरेन्द्र निर्झर का पहला नवगीत संग्रह है। इस कृति में ११२ पृष्ठ हैं, ६९ नवगीत हैं और इसका मूल्य है- १०० रुपये। प्रकाशक हैं- काव्य प्रकाशन, दिल्ली ।
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वर्ष २००५ में प्रकाशित ओंठों पर लगे पहरे डॉ. वीरेन्द्र निर्झर का पहला नवगीत संग्रह है। इस कृति में ११२ पृष्ठ हैं, ६९ नवगीत हैं और इसका मूल्य है- १०० रुपये। प्रकाशक हैं- काव्य प्रकाशन, दिल्ली ।